Overview
Syllabus
Hindi Bhasha ke Vikas ki Purvpithika.
Hindi Bhasha: Kshetra aur Boliyan tatha Hindi ke Vividh Roop.
Hindi ka Akhil Bhartiya aur Antarrashtriya Sandarbh.
Hindi ke Sahitya itar Roop aur Hindi mein Rojgar.
Devnagri Lipi aur Uska Mankikaran.
Sahitya Itihas Lekhan ki Parampara.
Aadikal ka Namkaran aur Kaalseema.
Aadikal : Pristbhumi evam Paristithiyan.
Adikalin Kavya Ki Pramukh Pravrittiyan.
Pramukh Sagun Bhakt Kavi : Soordas.
Prithviraj Raso.
Ritikaal : Naamkaran aur Kaalseema.
Nirmal Verma : Parindey.
Amir Khusro.
Jayasi aur unka Padmavat.
Reetikalin Niti Kavya.
Reetkaleen Acharyatva - I.
Bhakti Andolan.
Reetikaal : Naamkaran Evam Kaal Seema.
भारतेंदु युगीन आलोचना का विकास - भाग १.
भारतेंदु युगीन आलोचना का विकास - भाग २.
भारतेंदु युगीन नाटक एवं नाटककार : भाग - १.
भारतेंदु युगीन नाटक एवं नाटककार : भाग - २.
भारतेन्दु मण्डल के साहित्यकार.
भारतेन्दु युगीन काव्य-धाराएँ.
संक्रमण की परिस्थितियाँ एवं आधुनिककाल की पृष्ठभूमि - भाग १.
संक्रमण की परिस्थितियाँ एवं आधुनिककाल की पृष्ठभूमि - भाग २.
हिन्दी नवजागरण : उद्भव एवं प्रभाव.
हिन्दी नवजागरण.
महावीर प्रसाद द्विवेदी युगीन कविता : प्रवृत्तियाँ और शिल्प - भाग १.
महावीर प्रसाद द्विवेदी युगीन कविता : प्रवृत्तियाँ और शिल्प - भाग २.
भारतेन्दु युग की काव्य-प्रवृत्तियाँ.
भारतेन्दु युगीन काव्य की शिल्पगत विशेषताएँ.
छायावादी हिंदी कविता की प्रमुख प्रवृत्तियाँ एवं शिल्प - भाग १.
छायावादी हिंदी कविता की प्रमुख प्रवृत्तियाँ एवं शिल्प - भाग २.
मध्यकालीन बोध और आधुनिक बोध.
आधुनिकता की अवधारणा, स्वरूप एवं हिन्दी साहित्य में आधुनिकता.
गुरु की महिमा और भारत में गुरु-शिष्य परंपरा का इतिहास - भाग १.
गुरु की महिमा और भारत में गुरु-शिष्य परंपरा का इतिहास - भाग २.
Taught by
cec
Reviews
4.3 rating, based on 3 Class Central reviews
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बहुत अच्छा लगा। विषय-वस्तु का चयन भी अच्छा है। हिंदी भाषा की उत्पत्ति और विकास, हिंदी का पूर्व काल व रूप, हिंदी के पुराने नाम, आधुनिक हिंदी भाषा एवं साहित्य के विविध काल खंड, उनके स्वरूप और विकास आदि हिंदी के पाठकों एवं शिक्षकों के लिए महत्त्वपूर्ण विषय हैं।
मैंने पूरा सुना, आत्मसात किया और काफी लाभान्वित हुआ हूँ। आभार
-राजेन्द्र
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हिंदी भाषा का इतिहास आधुनिक हिंदी अध्यापक व अध्यापिकाओं के लिए अत्यंत लाभकारी कोर्स है | हिंदी भाषा के छोटे- छोटे पहलुओं से अवगत आयेंगे | इसके माध्यम से छात्रों के विषय ज्ञान बढेगा | साथ ही रूचि भी बढ़ेगी | सभी विशेषज्ञों ने नाटक मंचन की बात हो या हिंदी के इतिहास कि खूबसूरती से वर्णन किया है |
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I have learnt a lot from the lectures which were delivered by the professors. Hindi ka itihas , vibhinn mat aur kaviyon ki vichardhara aadi se avgat hui . Hriday se aabhaar aisi rochak evam gyanvardhak jankari pradan karne k liye.